गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 24/03/2022 गज़ल बिछड़ के तुझसे मुझको ये शहर अच्छा नहीं लगता, कहां सजदा करूँ कोई भी दर अच्छा नहीं लगता, ============================= मैं Read More
गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 22/03/2022 गज़ल अँधेरा जब होता है और साए बिछड़ने लगते हैं, ज़ेहन में यादों के कुछ ताबूत सरकने लगते हैं, ============================== ना Read More
गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 20/03/2022 गज़ल यूँ तो सब अपने यहां थे कोई बेगाना नहीं दौर-ए-गर्दिश में किसी ने मुझको पहचाना नहीं ============================ थी खबर हमको Read More
गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 14/03/202214/03/2022 गज़ल जिसके ज़ख्म पे मैंने सदा मरहम लगाया है, मेरी पीठ पर उस शख्स ने खंजर चलाया है करो तवाफ-ए-काबा या Read More
गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 07/03/2022 गज़ल दिल से तेरी यादों को मिटाने से रहा मैं, आवाज़ मगर तुमको लगाने से रहा मैं, ========================= खामोशियों को सुन Read More
गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 04/03/202205/03/2022 गज़ल चढ़ान ही नहीं फकत उतार भी है ज़िंदगी साया-ए-दीवार भी है, दार भी है ज़िंदगी मुतमईन भी हूँ, चाहतें भी Read More
गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 28/02/2022 गज़ल दामन तेरा अश्कों से भिगोया नहीं गया रोने का मन तो था मगर रोया नहीं गया ========================== आँखों के समंदर Read More
गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 24/02/2022 गज़ल बेमकसद मुस्कुराना भी कभी उदास होना भी कभी उम्मीद रखना भी कभी बेआस होना भी ============================ गम मुझको नहीं है Read More
गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 22/02/2022 गज़ल कोई नगमा गुनगुनाकर ज़रा सा इश्क रख देना अश्क थोड़े से बहाकर ज़रा सा इश्क रख देना ============================ रूह मेरी Read More
गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 18/02/2022 गज़ल आसमां जुड़ा हुआ है जिस तरह जमीं के साथ, जुड़ा हुआ है उस तरह तू मेरी जिंदगी के साथ, ============================ Read More