गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 16/02/2022 गज़ल टूटा दिल और रूह बेज़ार यही बचा है मेरे पास कुछ यादें घायल, बीमार यही बचा है मेरे पास ============================ Read More
गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 14/02/202214/02/2022 गज़ल किसी को गले लगाए ज़माने गुज़र गए कोई गीत गुनगुनाए ज़माने गुज़र गए अहसास दर्द का क्यों कमतर नहीं होता Read More
गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 11/02/2022 गज़ल आगाज़ तो हो जाए अंजाम तक ना पहुंचे जब तक मेरी कहानी तेरे नाम तक ना पहुंचे ============================ तेरे Read More
गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 08/02/2022 गज़ल कभी फरहाद कभी मजनूं कभी रांझा बना डाला तुम्हारे इश्क ने जानां मुझे क्या-क्या बना डाला ============================== पिला कर खून Read More
गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 06/02/2022 गज़ल खुदगर्ज़ी के बोझ तले रिश्तों को पिसते देखा है हमने हंसती आँखों से अश्कों को रिसते देखा है ============================== Read More
गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 01/02/2022 गज़ल यारी में मतलब की मिलावट मैं नहीं करता सच्ची बात कहता हूँ बनावट मैं नहीं करता ============================== जहां तक साथ Read More
गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 30/01/2022 गज़ल नहीं होता जो किस्मत में उसी से प्यार करता है ना जाने क्यों खता इंसान ये हर बार करता है Read More
गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 25/01/2022 गज़ल हाल-ए-दिल सबको सुनाने की ज़रूरत क्या है अश्क सरेआम बहाने की ज़रूरत क्या है ============================ तोड़ देते हैं रिश्ता बोझ Read More
गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 22/01/202201/02/2023 गज़ल रोटियां कोई मुफ्त की खाकर बिगड़ गया कोई हाकिमों की बातों में आकर बिगड़ गया मेहनत में यहां जिसने Read More
गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 20/01/2022 गज़ल जो आँखें ढूँढती हैं वो नज़ारा क्यों नहीं मिलता अगर मैं हूँ समंदर तो किनारा क्यों नहीं मिलता ============================== मेरे Read More