गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 24/01/2021 गज़ल दुनिया वाले ताने कसते रहते हैं हम भीगी आँखों से हंसते रहते हैं ========================= उनकी बरसने की औकात नहीं होती Read More
गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 11/01/2021 गज़ल लब पे आहें नहीं और आँख में आँसू भी नहीं दिन करार से कटते हों मगर यूँ भी नहीं ============================== Read More
गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 27/12/2020 गज़ल तेरी खुशी मेरे लिए आब-ए-हयात है सिमटी हुई तुझमें ही मेरी कायनात है ============================ रखा है निहां मैंने जिसे खाना-ए-दिल Read More
गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 20/12/2020 गज़ल किसी के लब पे जब उल्फत की कहानी आई याद तब हमको कोई चोट पुरानी आई ============================ ख्वाहिशें, चाहतें, बेचैनियां, Read More
गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 13/12/2020 गज़ल राज़ ए दिल खुल जाता है चेहरे पे छाई बहार से किसी की खामोशियों से किसी के अशआर से ================================ Read More
गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 08/11/2020 गज़ल आईना हाथ में जब भी कभी अपने उठाना तुम, पहले देख लेना खुद फिर मुझको दिखाना तुम, ============================== हजारों बार Read More
गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 01/11/2020 गज़ल मुझको ए हमदम मेरे तुमसे है बस इतना गिला जब मिला मुझसे तू थोड़ा फासला रख के मिला ================================ चाहने Read More
गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 16/10/2020 गज़ल हालात के साँचे में न सोच कि ढल जाऊँगा कोई मौसम नहीं हूँ मैं जो बदल जाऊँगा ============================== न इतना Read More
गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 11/10/2020 गज़ल बेवजह मुस्कुराने की वो आदतें भी गईं साथ तेरे मेरी सब शरारातें भी गईं ============================ शहर छूटा, छूटे दोस्त-ओ-दुश्मन सारे Read More
गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 04/10/2020 गज़ल बताऊँ कैसे तुझको मैं कहाँ था घर मेरा ख़त्म ही न हुआ उम्र भर सफर मेरा ============================== तूने देखा था Read More