गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 27/09/2020 गज़ल चलते हैं किसी ऐसी दुनिया में जहां कोई न हो एक तुम रहो, एक मैं रहूँ दरमियां कोई न हो Read More
गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 23/09/2020 गज़ल मेरी तरह जो किसी बेवफा से तुम दिल को लगाओगे तुम भी तड़पोगे यूँ ही और तुम भी बहुत पछताओगे Read More
गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 13/09/2020 गज़ल किसी शोख के इशारा ए पैहम की तरह आ इस बार तू बहार के मौसम की तरह आ ============================== हो Read More
गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 07/09/2020 गज़ल बेचैन तुम ही नहीं बेकरार मैं भी था तेरी उदासियों में सोगवार मैं भी था ============================= अश्क तुमने भी बहाए Read More
गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 01/09/2020 गज़ल मेहनत करोगे तो तुम्हें क्योंकर ना मिलेगा, कहीं माँगने से तुमको मुकद्दर ना मिलेगा, ============================ टूटे हुए दिल में ना Read More
गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 23/08/2020 गज़ल कुछ इस तरह तेरी चाहत ने बेकरार किया, आईना देखा भी तो तेरा ही दीदार किया, ============================ इस दीवानगी ने Read More
गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 20/08/2020 गज़ल नहीं होता जो किस्मत में उसी से प्यार करता है, ना जाने क्यों खता इंसान ये हर बार करता है, Read More
गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 13/08/2020 गज़ल इस शहर का हर शख्स मेरा राज़दां है अब जो राज़ कल तलक था वो दास्तां है अब ========================== जो Read More
गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 04/08/2020 गज़ल न जाने आज क्यों हूँ अश्कबार थोड़ा-सा भरा हुआ है सीने में गुबार थोड़ा-सा ========================== घुल गया ये कौन सा Read More
गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 29/07/2020 गज़ल दो दिन सुकून से जीना मुहाल करते हैं ये दुनिया वाले भी कितने सवाल करते हैं ========================== न रह सकेंगे Read More