गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 21/02/2023 ग़ज़ल इश्क में तेरे कुछ ऐसे मर मिटा हूँ मैं तू ही तू है मुझमें अब कहाँ बचा हूँ मैं उगेगा Read More
गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 15/01/202301/02/2023 ग़ज़ल अपनी-अपनी ख्वाहिशों की आग में जलता मिला इस गज़ब की भीड़ में हर आदमी तनहा मिला सुबह से लेके शाम Read More
गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 22/12/2022 गज़ल छोड़कर अपना मैं और तुम आओ हम बनाते हैं मिला कर सारे सुर कोई नई सरगम बनाते हैं ============================ Read More
गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 22/12/2022 गज़ल न कर बर्बाद अपना वक्त ए दीवाने जा नसीब अपना कहीं और आज़माने जा ======================== तेरे अपनों को तो Read More
गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 22/12/2022 गज़ल माना कि ये ज़माना बेरहम है दोस्तो पर आपके होते हुए क्या गम है दोस्तो ======================== इतना प्यार आपसे Read More
गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 22/12/2022 ग़ज़ल इश्क से चोट लगती है हया से चोट लगती है, मेरे टूटे हुए दिल को वफा से चोट लगती है, Read More
गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 22/12/2022 ग़ज़ल ना चाँद सजाया माथे पर ना दामन भरा सितारों से जज़्बा-ए-इश्क लिए दिल में हम खेले हैं अंगारों से ============================== Read More
गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 22/12/2022 गज़ल कुछ पता ही ना चला कैसे, कहां, किधर गई चार दिन की ज़िंदगी ना जाने कब गुज़र गई ============================ एक-एक Read More
गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 22/12/2022 गज़ल लेकर तेरी यादों से इज़ाज़त कभी-कभी, कर लेता है ये दिल भी इबादत कभी-कभी ========================== मिटा के अपनी हस्ती को Read More
गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 22/12/2022 ग़ज़ल यूँ ही कोई रस्म निभाने के लिए मत आना मुझपे एहसान जताने के लिए मत आना ========================== दरार जिनसे पहले Read More