सामाजिक बिजल जगड 15/12/2022 अंत्येष्टि (अंतिम यज्ञ) दाह संस्कार में, प्रतिरूप रूप को लेजा रहे धागे की ओर इशारा किया गया है और हमें ये सिखाया जा Read More
गीतिका/ग़ज़ल बिजल जगड 15/12/2022 दायरा ख़्वाब के रास्तों नींद के दायरे में हाज़िर हूं, मीठी नींद ,गहरी आंखों के दायरे में हाज़िर हूं। रात की Read More
कविता बिजल जगड 26/11/2022 हम हैं दुनिया का रंग और हम हैं, बीते ख्वाबों ख्यालों की दुनिया, मैं इक धूप का टुकड़ा , तकाबुल आईना और Read More
कविता बिजल जगड 26/11/2022 तुम जब सावन बादल छाए हो जब चंदा चांदनी में नहाए हो, जुगनू मिशअल बने कभी देखा है? तुम आना तो Read More