कविता : वादा करो
मुझसे वादा करो मुझे रुलाओगे नहीँ हालात जो भी हो मुझे भुलाओगे नहीं छुपा के अपनी आँखों में रखोगे मुझ
Read Moreमुझसे वादा करो मुझे रुलाओगे नहीँ हालात जो भी हो मुझे भुलाओगे नहीं छुपा के अपनी आँखों में रखोगे मुझ
Read Moreसेठ – निकल जाओ मेरी बेटी की जिंदगी से, तुम्हारी औकात के मेरे घर में नौकर चाकर हैं। झोपडी में रहकर महलो
Read Moreकहाँ हो तुम तन्हा दिल ढूंढे तुमको बेकली बेकरारी तन्हाई आस उम्मीद बढ़ा के छोड़ गए तन्हा जला के प्रेम
Read Moreमुझसे वादा करो मुझे रुलावोगे नहीँ हालात जो भी हो मुझे भुलाओगे नहीं छुपा के अपनी आँखों में रखोगे मुझ
Read Moreखरोच देता हूँ आईने को खुद के हाथों से । मेरी तस्वीर के संग उस बेवफा की तस्वीर क्यों बनती
Read Moreकितने कप ठंडी हो गई चाय बीबी के हाथों की फेसबुक में लीन होकर । कितनी बार गर्म किया ,
Read Moreअब तो हिचकियां भी नहीं आती तुम भूल गए हो इस कदर साथ मरने जीने की कसमें प्यार के वादे
Read Moreजिसके जितने पास गए उससे उतने दूर हुए राह कठिन थी चलते चलते एक दिन थक के चूर हुए आस
Read More1 :~ सच बोलना आईने से सीखिये टूट कर भी 2:~घूरते नैंन सृष्टी देवी व्यथित छुपाये तन 3:~आत्मा जुगनूं घट
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