गीतिका/ग़ज़ल धर्म पाण्डेय 26/09/2016 ग़ज़ल हर लफ्ज़ कलेजे को जब चीर के निकलेगा इक़रारे मुहब्बत फिर तस्वीर से निकलेगा । इक बार इजाजत गर Read More
गीतिका/ग़ज़ल धर्म पाण्डेय 11/09/2016 ग़ज़ल हर जगह मोल भाव है भाई । आदमी का स्वभाव है भाई । आ गए है सभी के अच्छे Read More
गीतिका/ग़ज़ल धर्म पाण्डेय 02/09/2016 ग़ज़ल मुहब्बत में नजाकत से मुझे पैगाम लिक्खा है सनम ने रेत पर उँगली से मेरा नाम लिक्खा है मुबारक Read More
गीतिका/ग़ज़ल धर्म पाण्डेय 07/08/2016 ग़ज़ल दोस्ती यारी निभा कर चल दिए । बेवफा मुझको बता कर चल दिए । मुफलिसी का दौर भी अच्छा Read More
गीतिका/ग़ज़ल धर्म पाण्डेय 05/08/2016 ग़ज़ल आज कल जो भी यार मिलते हैं । वक़्त पर सब फरार मिलते हैं । जिंदगी का सफर बड़ा Read More
गीतिका/ग़ज़ल धर्म पाण्डेय 05/08/201605/08/2016 ग़ज़ल याद उसकी जब भी आती है मुझे जिंदगी हर पल रुलाती है मुझे । नींद आँखों में मिरे आती नहीं Read More
गीतिका/ग़ज़ल धर्म पाण्डेय 27/07/2016 ग़ज़ल जो गलत है वही सही क्यूँ है । आदमी इतना मतलबी क्यूँ है कौन सी हो गई खता मुझसे मौत Read More
गीतिका/ग़ज़ल धर्म पाण्डेय 27/06/2016 ग़ज़ल काँधे पर जिसके हल देखा । उसको भूखा हर पल देखा । सारे वैभव फीके थे जब माँ का Read More
गीतिका/ग़ज़ल धर्म पाण्डेय 07/06/2016 ग़ज़ल दुःख है क्या और ये ख़ुशी क्या है । या खुदाया ये जिंदगी क्या है । जान देकर भी Read More
गीतिका/ग़ज़ल धर्म पाण्डेय 27/05/2016 ग़ज़ल बात थी छोटी, फ़साना हो गया । प्यार का दुश्मन जमाना हो गया । दौरे उल्फ़त में हुआ कुछ Read More