गीत/नवगीत *डॉ. दिवाकर दत्त त्रिपाठी 25/10/2021 गीत जहर के कुछ पेड़ उग आये हैं मेरे चमन में, क्या करूँ मैं ? रोज ही वो घोलतें हैं जहर Read More
गीतिका/ग़ज़ल *डॉ. दिवाकर दत्त त्रिपाठी 25/10/2021 गीतिका मौका पाकर जहर दे गये ,क्यों पाले थे नाग ? मुझे हमेशा रही जलाती पछतावे की आग । अगर सो Read More
गीतिका/ग़ज़ल *डॉ. दिवाकर दत्त त्रिपाठी 25/08/2021 गीतिका आदमी बुलबुला है पानी का । क्या भरोसा है जिंदगानी का ? गोद में प्यार से शुरू होती , दुःख Read More
गीत/नवगीत *डॉ. दिवाकर दत्त त्रिपाठी 20/08/2021 गीत द्रोण,भीष्म गर बोले होते , शायद महासमर टल जाता । सोंचो बीच सभा में नारी , दुष्ट दुःशासन खींचे सारी Read More
गीत/नवगीत *डॉ. दिवाकर दत्त त्रिपाठी 12/08/2021 गीत यहाँ हर तरफ है अनीति पर सच्ची बातें कौन कहे ? द्रुपदसुता निर्वस्त्र हो गई , भीष्म, द्रोण सब मौन Read More
गीतिका/ग़ज़ल *डॉ. दिवाकर दत्त त्रिपाठी 20/07/2021 गजल आदमी बनने से जुदा होना । और इंसान का खुदा होना । ऐब यह आदमी में पुश्तों से, मतलबी बनकर Read More
गीतिका/ग़ज़ल *डॉ. दिवाकर दत्त त्रिपाठी 09/07/2021 गीतिका बैठ करके हाथ तू! एक दिन मलेगा । झूठ का धंधा तेरा कब तक चलेगा ? चाँद, सूरज, रोज ढलने Read More
गीत/नवगीत *डॉ. दिवाकर दत्त त्रिपाठी 22/06/2021 हम पत्ते हम पत्ते , पतझड़ तक जीवन ,फिर मिट्टी हो जायेगा तन । मेरे बचपन में बसंत ने, पिता सरिस है Read More
गीतिका/ग़ज़ल *डॉ. दिवाकर दत्त त्रिपाठी 21/06/2021 गीतिका सोचते रहते वृथा हम ,नही रुकते एक भी पल। जिंदगी का मूल्य है बस दो मिनट का मौन केवल। रेशमी Read More
गीतिका/ग़ज़ल *डॉ. दिवाकर दत्त त्रिपाठी 21/06/202125/06/2021 गीतिका छोड़कर गम क्यों मुझे जाता नही ? यह पहेली मैं समझ पाता नही । मैं किसी को दर्द देकर, खुश Read More