बहुत -सा काम बंदों का स्वयं भगवान करता है
बहुत -सा काम बंदों का स्वयं भगवान करता है मगर तारीफ़ अपनें मुॅह से हर नादान करता है । बडे
Read Moreबहुत -सा काम बंदों का स्वयं भगवान करता है मगर तारीफ़ अपनें मुॅह से हर नादान करता है । बडे
Read Moreज़हरीले साँपों से बचना मुश्किल है छल करने वालों से बचना मुश्किल है । ना कहने वालों का साफ जवाब
Read Moreदिल से जो लफ्ज निकले उसे प्यार बना देना पर आँख से जो बरसे अंगार बना देना। तन्हा हॅू निहत्था
Read Moreजन्नत में आँगन की ख़ुशबू मिलती है कि नहीं ईश्वर को भी माँ की जरूरत पड़ती है कि नहीं। लाख
Read Moreफ़र्ज़ अपना भूल जाये उस दिये को फूँक दो आग जो घर को लगाये उस दिये को फूँक दो ।
Read Moreदरबारियों की भीड़ है दरबार से चलो डेरा मेरा उस पार है इस पार से चलो । किसने ग़लत पता
Read Moreआशनाई की ग़ज़ल गाने से कुछ हासिल नहीं डूब जायेगा सफ़ीना दूर तक साहिल नहीं । सब सियासी ताक़तें हाथों
Read Moreहै ज़माने को ख़बर हम भी हुनरदारों में हैं क्यों बतायें हम उन्हें हम भी गजलकारों में है । धन
Read Moreबड़े अज़ीब मकाँ उम्र भी दिखाती है कभी नसीब , कभी जिंदगी रूलाती है। खड़े दरख़्त मगर घूमती हुई छाया
Read Moreचेहरे नहीं बदले गये तो आइने बदले गये जब लोग बेढंगे चले तो रास्ते बदले गये। धरती का वो भगवान
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