डी एम मिश्र के ग़ज़ल संग्रह * लेकिन सवाल टेढ़ा है* का हुआ लोकार्पण
लिखावट संस्था की ओर से चर्चित कवि व ग़ज़लकार डी एम मिश्र के नये और पांचवें ग़ज़ल-संग्रह ‘लेकिन सवाल टेढ़ा
Read Moreलिखावट संस्था की ओर से चर्चित कवि व ग़ज़लकार डी एम मिश्र के नये और पांचवें ग़ज़ल-संग्रह ‘लेकिन सवाल टेढ़ा
Read Moreऐसे क़ातिल से बचिए जो रक्षक भी होता है गुड़ में ज़हर मिलाने वाला वंचक भी होता है आंख बंद
Read Moreमिट्टी का जिस्म है तो ये मिट्टी में मिलेगा एहसास हूँ मैं कौन मुझे दफ़्न करेगा। तिरते हैं सफीने जो
Read Moreमेरे हालात पे हंसने वालो फूल पैरों से कुचलने वालो अपने हाथों की लकीरें देखो बेसबब औरों से जलने वालो
Read Moreनज़र उठाये तो वो बेक़रार हो जाये ख़ुदा करे कि उसे हमसे प्यार हो जाये भले वो उसके बाद हमसे
Read Moreउधर बुलंदी पे उड़ता हुआ धुआं देखा इधर ग़रीब का जलता हुआ मकां देखा किसी अमीर ने दिल तोड़ दिया
Read Moreमारा गया इंसाफ़ मांगने के जुर्म में इंसानियत के हक़ में बोलने के जुर्म में मेरा गुनाह ये है
Read More