हमीद के दोहे
रफ्ता रफ्ता खो गया, दिल का चैन करार। रफ्ता रफ्ता हो गया , मुझको उससे प्यार। जब से मेरी हो
Read Moreरफ्ता रफ्ता खो गया, दिल का चैन करार। रफ्ता रफ्ता हो गया , मुझको उससे प्यार। जब से मेरी हो
Read Moreदेश हमारा एक है, जिसका भारत नाम। प्यार मुहब्बत से रहो,नफरत का क्या काम। डर ही तो है आपका, कुछ
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