गीतिका/ग़ज़ल इंदु मिश्रा 'किरण' 04/07/202104/07/2021 ग़ज़ल अपना दिखाई दे न तो रिश्ता दिखाई दे , हर शख़्स अब तो भीड़ में तन्हा दिखाई दे । कहते Read More
गीतिका/ग़ज़ल इंदु मिश्रा 'किरण' 04/07/202104/07/2021 ग़ज़ल बात दिल की सुनी नहीं जाती बेरुख़ी अब सही नहीं जाती ।। याद आती हैं तेरी बातें जब। आँख से Read More
गीतिका/ग़ज़ल इंदु मिश्रा 'किरण' 09/06/202112/06/2021 ग़ज़ल इस अंधेरे के घर को तू वीरान कर नूर बनकर ज़माने पे एहसान कर। बात बनती नज़र आएगी फिर Read More
गीतिका/ग़ज़ल इंदु मिश्रा 'किरण' 09/06/202112/06/2021 ग़ज़ल तुम्हारी याद को मैं गुनगुनाती हूँ ,तो हंगामा, मुहब्बत आँख से जब मैं जताती हूँ ,तो हंगामा । मेरी Read More
गीतिका/ग़ज़ल इंदु मिश्रा 'किरण' 09/05/202110/05/2021 ग़ज़ल भला जो बशर है भला देखता है वो नेकी का रस्ता सदा देखता है भला गर करेगा, भला ही मिलेगा Read More
गीतिका/ग़ज़ल इंदु मिश्रा 'किरण' 09/05/202110/05/2021 ग़ज़ल देखकर जिसको डर गया क्या था तीरगी में उसे दिखा क्या था रात आँखों से नींद थी ग़ायब। जाने दिल Read More
गीतिका/ग़ज़ल इंदु मिश्रा 'किरण' 19/04/202120/04/2021 ग़ज़ल मेरी बेचैनियाँ बढ़ाता है मेरे ख़्वाबों में जब वो आता है कैसे आँखों में उसके पढ़ लूँ मैं , Read More
गीतिका/ग़ज़ल इंदु मिश्रा 'किरण' 19/04/202120/04/2021 ग़ज़ल बताएं ना हरदम बुरा हम किसी को कभी देख लें हम भी अपनी कमी को मचलता है मासूम कलियों Read More
गीतिका/ग़ज़ल इंदु मिश्रा 'किरण' 04/02/202104/02/2021 ग़ज़ल ये सीधा दिल से दिल का रास्ता हैमुहब्बत खूबसूरत हादसा है । नज़ारे दिल को अब भाते नहीं हैंन जाने Read More
गीतिका/ग़ज़ल इंदु मिश्रा 'किरण' 30/08/202031/08/2020 ग़ज़ल मेरी क़िस्मत की ये कहानी है । सिर्फ़ बिखरी सी ज़िंदगानी है। अब्र छाए तो आँख भर आई कैसे कह Read More