कोशिश
कभी हँसकर,कभी रोकर कभी रूठकर,कभी मनाकर कभी घुटकर, कभी खुलकर कभी कहकर, कभी सहकर कभी चुपचाप,कभी खामोशी कभी बोलकर,कभी समझौते
Read Moreमाँ माँ करूणा की बहती दरिया माँ ममता का बहता झरना माँ प्रेम की भरी गगरिया माँ पूजा की थाल।।
Read Moreपूजन की पावन प्रतिध्वनि सी,आप की याद आई । धूप दीप अक्षत चन्दन सी, आप की याद आई ।। बाट
Read Moreपेड़ों से इस धरा को सजाएँ वातावरण स्वच्छ बनाये आओ पर्यावरण बचाएं सब मिल के पेड़ लगाएं प्रदूषित कर दिया
Read Moreसबको शिक्षा पानी है, शिक्षा का अधिकार हमारा शिक्षा की ज्योति जलेगी, हर बालक बालिका पढे़गी होगा ज्ञान का खूब
Read Moreप्यार रिश्तों की धरोहर है, और इस धरोहर को बनाये रखना हमारी संस्कृति एकता और अंखडता है। यह अनमोल है।
Read More