अपना मधुमय गीत सुना लो
*********************** कैसे मैं समझाऊं, तुमसे प्यार बहुत है। तेरी मधुमय मंजुल वाणी, मुझसे कुछ कहती कल्याणी, तेरा अनुपम रूप कलेवर,
Read More*********************** कैसे मैं समझाऊं, तुमसे प्यार बहुत है। तेरी मधुमय मंजुल वाणी, मुझसे कुछ कहती कल्याणी, तेरा अनुपम रूप कलेवर,
Read Moreगीत का सावन उमड़ता प्रीति का शुभ स्वप्न पलता चांद सी तुम हंस रही हो शून्य उर में धंस रही
Read Moreजब याद तुम्हारी आती है मन आकुल व्याकुल हो जाता है तुम चांद की शीतल छाया हो तुम प्रेम की
Read Moreपास रहतीं न तुम दीप जलाता न यों प्राण , रहतीं न तुम प्यार पलता न यों। रीति उनकी रही
Read Moreजीवन की मादक घड़ियों में, मुझको मत ठुकराना प्रिये, नव ऊषा लेकर आएगी, जब मधुमय जीवन लाली, कुहू- कुहू कर
Read Moreधरा को सुला दूं, गगन को जगा दूं प्रिय , चांदनी में विरह गीत गाऊं मैं। बहुत है उदासी हृदय
Read Moreद्वार तुम्हारे आया हूँ प्रिय, जीवन में दुत्कार बहुत है। जीवन का मधु हर्ष बनो तुम, जीवन का नव वर्ष
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