एक ग़ज़ल
एक ग़ज़ल कमजोर जो हैं तुम उन्हें बिलकुल सताया ना करो खेलो हँसो तुम तो किसी को भी रुलाया ना
Read Moreजोड़ कर तिनका बनाया था, तो वह घर बन गया बढ़ते बढ़ते अन्त में नाला समुन्दर बन गया | भूख
Read Moreआओ बच्चों तुम्हे पढ़ायें, सच्चे जीवन की बातें पढ़ते जाओ लिखते जाओ, पढ़कर ही आगे जाते | भारत गौरव गाथा
Read Moreएक ग़ज़ल आई जब तू जिन्दगी हँसने लगी तू मेरे हर सपने में रहने लगी | धीरे धीरे तेरी चाहत
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