तुम संग हर बसंत
अनुराग लिप्त,उन्माद राग आर्द्र नयन जोहते बाट। शून्य हृदय की पीड़ा अपार, प्रिय सुन लेते करुण पुकार! उद्विग्न मन और
Read Moreअनुराग लिप्त,उन्माद राग आर्द्र नयन जोहते बाट। शून्य हृदय की पीड़ा अपार, प्रिय सुन लेते करुण पुकार! उद्विग्न मन और
Read Moreदेश में कोरोना की दूसरी लहर अत्यंत भयावह रूप धारण करती जा रही थी।डबल वेरिएंट वाला वायरस बड़ी निर्ममता व
Read Moreव्योम के एक छोर से दूसरे छोर तक, धवल वस्त्र धारण किए, मुखमंडल पर उजास लिए, विचर रहा है तारों
Read Moreदेश में कोरोना की दूसरी लहर अत्यंत भयावह रूप धारण करती जा रही थी।डबल वेरिएंट वाला वायरस बड़ी निर्ममता व
Read Moreकोरोना के बढ़ते प्रकोप से ज़िन्दगी की रफ्तार थम सी गई और लोग अपने घरों की चारदीवारी में कैद हो
Read Moreबहन, मां, बेटी हो तुम, पत्नी और प्रेयसी हो तुम। तुम ही गीता ,रामायण हो, तुम ही सृष्टि की तारण
Read Moreछल, कपट, ईर्ष्या, अहम का गर्म बाज़ार है, छद्म वेश धारण किए दिखता हर इंसान है। मुंह पर मीठे बोल,भीतर
Read More