तेरी निगाहें
तेरी निगाहों की तपिश पाकर, मोम बनकर पिघल जाती हूं मैं। तेरी बाहों के आगोश में आकर, खुशबू से बिखर
Read Moreतेरी निगाहों की तपिश पाकर, मोम बनकर पिघल जाती हूं मैं। तेरी बाहों के आगोश में आकर, खुशबू से बिखर
Read Moreतेरे लबों पर बिखरे तबस्सुम की तरह, रात एक पहेली है मेरी खातिर। समझ न सकी तेरी बेरुखी की वजह,
Read Moreबीता वक्त न लौट कर आता, इस सच्चाई को स्वीकार करें हम। बीती बातों पर मिट्टी डालें, वर्तमान में जी
Read Moreप्यासी धरती जैसे तरसे बारिश की एक बूंद की खातिर, मेरा मन भी मचल रहा है तुमसे अब मिलने की
Read Moreदिल में यादों के नश्तर चुभोती वही उदास स्याह रात। जहां सिवाय तन्हाई के कुछ नहीं बचा था। टेप रिकॉर्डर
Read Moreमन की बात न सुनियो भैया यह तो बड़ा ही चंचल है, इस के चक्कर में जो पड़ता वह पछताता
Read Moreउन्मुक्त पंछी के जैसे; उसे भी गगन में उड़ने दो, जाने दो,उसको मत रोको,अपने मन की करने दो। हंसने,खेलने और
Read Moreप्रजातंत्र का हाल बुरा है, जनता ने जनता को ठगा है। लोग कर रहे हाहाकार, चारों तरफ़ है भ्रष्टाचार।
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