ग़ज़ल-नात हुयी है
अब जब उससे बात हुई है. तब दिन की शुरुआत हुई है. मैंने दिल जीता, वो दौलत, सोचो किसकी मात
Read Moreअब जब उससे बात हुई है. तब दिन की शुरुआत हुई है. मैंने दिल जीता, वो दौलत, सोचो किसकी मात
Read Moreहरदम मत चुप रहना सीखो. वक़्त-ज़रूरत कहना सीखो. धारा का आनन्द मिलेगा, पर उसके सँग बहना सीखो. कैसे भी कपड़े
Read Moreमुझको शतप्रतिशत समझो. या फिर बिलकुल मत समझो. लाभ मिलेगा रिश्तों से, पर उनकी क़ीमत समझो. कोई तुमको चाहे तो,
Read Moreकृष्णमुरारी एकतरफ. सेना सारी एकतरफ. एकतरफ मेरी दुनिया, दुनियादारी एकतरफ. इश्क अगर हो चारागर, हर बीमारी एकतरफ. जो देकर दस्तार
Read Moreकिसको धन की चाह नहीं है? लेकिन मुझको डाह नहीं है. उसकी फ़िक्र करूँ क्यों जिसको, मेरी कुछ परवाह नहीं
Read Moreवो अटल कहाँ गये ये पूछते धरा-गगन. वो अटल कहाँ गये ये पूछता है ये चमन. वो अटल जो आन-बान-शान
Read Moreये कौन कह रहा है ख़रीदार नहीं है. पर ये ज़मीर बिकने को तैयार नहीं है. सुनते ही उसका नाम
Read Moreशिक़ायत पर शिक़ायत कर रहा है अभी भी वो मुहब्बत कर रहा है बड़ी मेहनत-मशक्कत कर रहा है वो ख़्वाबों
Read More(आल्हा छंद पर आधारित) पहिले पपुआ लड़िस लड़ाई फिर ऊ दीन्हेस शीश झुकाय. बोला-हमका संस्कार सब बीजेपी है दिहिस सिखाय.
Read Moreचाहे जितने गीत लिखें हम ताजमहल की सुंदरता पर. चाहे जितने गीत लिखें हम शाहजहाँ की प्रेम कथा पर. लेकिन
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