गाँधी जी क्या चाहते थे?
गाँधी जी क्या यह चाहते थे?भारत को स्वतंत्र करा करहिन्दू मुस्लिम भेद बनाकरएक दूसरे का जीवन लेंअपनी धरती माँ को
Read Moreगाँधी जी क्या यह चाहते थे?भारत को स्वतंत्र करा करहिन्दू मुस्लिम भेद बनाकरएक दूसरे का जीवन लेंअपनी धरती माँ को
Read Moreकर्म ही है देश भक्ति, अपना कार्य पूरा करसत्य का ले आसरा, चल सत्पथ पर हो निडरसेवा ही हो भावना,
Read Moreगन्दी सोच के लोग हैं भ्रष्टाचार की खान,जो नहीं इसको जानता वह भोला इंसा।वह भोला इंसान भटकता रहता दर -दर,शोषण
Read Moreधर्म शास्त्र मानव जीवन की एक कहानीआदि युग से संत पुरुषों की सूंदर बानीऋषि मुनि पहले जंगल में तप करते
Read Moreपरमात्मा के अंश हैं, आत्मा के हम रूप।अन्दर यदि झांक लें,शक्ति भरी अनूप॥शक्ति भरी अनूप ,भाव हो यदि पाने का।सत्पथ
Read Moreआत्मा की है सम्पत्ति,दर्शन, चरित्र और ज्ञान,अपने अन्दर झांक कर,स्वयं की कर पहचान।स्वयं की कर पहचान,कि कैसे भूल गया है,सत्पथ
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Read Moreअपने को पहले बदल, बदलेगा संसार,अपनी ऊर्जा को बढ़ा,परखो सार-आसार 1परखो सार-आसार,मधुर जीवन हो जाये,सभी जगह हो शांति,जहाँ भी दृष्टि
Read Moreजीवन को नियमित बना कर,नवयुग का निर्माण करें,हृदये से सब की सेवा कर,राष्ट्र-चेतना का व्रत्त लें 1जियें स्वयं भी प्रसन्ता
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