गीत/नवगीत ख्यालती टंडन 10/05/2023 हे मानव ! तू आज में “जी” हे मानव ! तू आज में “जी” मत कर चिंता दुखी पल की, मत कर चिंता बीते कल की। माना Read More
कविता ख्यालती टंडन 10/05/2023 संगीत मेरे हर दर्द की दवा हो तुम, मेरी हर खुशियों की वज़ह हो तुम। मेरे मन में सदैव बजती हो Read More