जीवन के गीतों के
जीवन के गीतो के आरोह और अवरोहों में मेरा समर्पण पकड़ चल रही सांसों की सरगम निरन्तर सुन्दर तुम्हारे मन्द्र
Read Moreजीवन के गीतो के आरोह और अवरोहों में मेरा समर्पण पकड़ चल रही सांसों की सरगम निरन्तर सुन्दर तुम्हारे मन्द्र
Read Moreनित्य नई मैं विषय बनूंगी लिखो काव्य मैं वेदना हूँ सात सुरो में राग जिन्दगी छेडो तान मैं वन्दना हूँ सरल सुन्दर
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