!! नारी तुम !!!!!!!
नारी तुम माधुर्य हो इस सृष्टि की सुन्दर रचना का स्वर से सज्जित रागिनी हो विश्व वीणा के सप्तक का
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Read Moreसच तुम्हारे एक चुटकी सिंदूर ने कैद कर लिया मुझे हॄदय में नथ दिया नथनियों में पहना कर चुडियों की
Read Moreजीवन के गीतो के आरोह और अवरोहों में मेरा समर्पण पकड़ चल रही सांसों की सरगम निरन्तर सुन्दर तुम्हारे मन्द्र
Read Moreनित्य नई मैं विषय बनूंगी लिखो काव्य मैं वेदना हूँ सात सुरो में राग जिन्दगी छेडो तान मैं वन्दना हूँ सरल सुन्दर
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