गीता मेरा हृदय है —–श्री कृष्ण
गीता मे हृदयं पार्थ गीता मे सारमुत्तमम्। गीता में ज्ञानमत्युग्रं गीता मे ज्ञानमव्ययम्। । गीता की महत्ता के विषय में
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Read Moreवर्षा को मत दोष दो, देखो अपना हाल, वृक्ष सारे काट दिए, पहाड़ हुए बेहाल। नंगे तन कब तक
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Read Moreआज अनोखा हाल देखा, दिल्ली में कमाल देखा, मात-पिता को शर्मिन्दा हो, रोते हुए बेहाल देखा। भटक रही थी
Read Moreभारतीय संस्कृति में गर्भ धारण से लेकर मृत्यू प्रयन्त 16 संस्कारों की अवधारणा पायी जाती है। इन सभी संस्कारों का
Read Moreमिलता हूँ रोज खुद से, तभी मैं जान पाता हूँ, गैरों के गम में खुद को, परेशान पाता हूँ। गद्दार
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