मैं करता हूँ तुम्हारा सम्मान
न तुम्हारी तहरीर है मेरे पास न तुम्हारी तस्वीर का मिलना है मेरे लिए आसान फिर भी मेरा
Read Moreन तुम्हारी तहरीर है मेरे पास न तुम्हारी तस्वीर का मिलना है मेरे लिए आसान फिर भी मेरा
Read Moreलिये नूतन उमंग आया ऋतुराज …बसंत स्वच्छ हैं नीला आकाश जिस पर हैं श्वेत कोमल मेघों का राज
Read Moreसभी को …. भाने लगा यह मौसम बहने लगा शीतल पवन मनमोहक हुआ सम्पूर्ण वातावरण बसंत ऋतु का … जब हुआ
Read Moreकभी तेरे सवाल तो, कभी तेरे जवाब आये कभी तेरे ख्याल तो ,कभी तेरे ख़्वाब आये चाहा तैरकर नदियां
Read Moreतू यदि नज़र आये तो मुझे फरहत मिल जाये मेरे बेक़रार दिल को तुमसे उलफत मिल जाये मुझे हर
Read Moreतुम्हें अब साकार जीने लगा हूँ मय ए हुश्न जैसे पीने लगा हूँ लोग मुझसे पूछते हैं वो कौन
Read Moreतुम न ज्यादा दूर ,न ज्यादा पास ,रहा करो मेरे बस तुम घने कोहरे सा आस पास रहा करो
Read Moreमेरी खामोश जुबां पर तुम्हारा कभी नाम न होगा मेरा ऐतबार करो ,तुझ पर कभी इल्जाम न होगा तेरे
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