तुम रहते हो…..
तुम रहते हो मेरे आसपास मुझे ऐसा लगता है मैं तम हूँ तुम हो प्रकाश मुझे ऐसा लगता है
Read Moreतुम रहते हो मेरे आसपास मुझे ऐसा लगता है मैं तम हूँ तुम हो प्रकाश मुझे ऐसा लगता है
Read Moreदिल की बात कह पाना उतना आसान नहीं है बस तुझे मैं चाहूँ मेरा और कोई अरमान नहीं है कहकशाँ
Read Moreलब पे तबस्सुम रुख़ पे मासूमियत पास तेरे है वो खुशउस्लूबी वाली अच्छी नीयत पास तेरे है मैं तेरे
Read Moreअब तुमसे मुलाकात होगी नही कभी अब तुमसे मेरी बात होगी नही कभी आबे रवाँ सा गुजर जाउँगा मैं
Read Moreतुम …धरती के सरोवर की सुन्दरता हो हे कमली …! गुलाबी .कभी नीली ,तेरी पंखुरी तुम्हें हुआ क्यों भरम यह
Read Moreसपनों में अख़बार के गमगीन पन्ने फड़फड़ाते रहे ख्वाब में रक्त से सने वो मरहूम बच्चे आते रहे सज़ा
Read Moreआईने में जमी धूल की तरह तुम मुझे साफ़ कर देना चाहती हो पानी में तैरते तिनकों की तरह तुम
Read Moreदिल तोड़ने के आजकल कई बहाने होते हैं मोहब्बत करने वाले आजकल सयाने होते हैं तोहफे में जख्मे जिगर
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