मेरी कलम
ऐ कलम,मेरी कलम, करूँ मैं तुझको नमन। ऐ कलम……………… तुझसे विनती है खास, करूँ लिखने का प्रयास। तब देना तुम
Read Moreचले वसंती बयार, छाया सबपे खुमार, होकर हंस सवार, आई चन्द्रकांति माँ। छेड़ दी वीणा की तार, झंकृत हुआ संसार, छाई खुशियाँ अपार, आई
Read Moreदेश हमारा सबसे प्यारा, विभा इसकी बढ़ाएंगे। इसके रजकण से ही अपने, माथे तिलक लगाएंगे।
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