35.मेला
(बाल काव्य सुमन संग्रह से) मुझको बड़ा सुहाना लगता, कोई भी हो मेला, मेले में हो सजे-सजाए, लोगों का
Read Moreआज हम यहां बधाइयां शुभकामनाएं देने के लिए उपस्थित हुए हैं. बधाइयां भी दोहरी-दोहरी. दोहरी बधाइयों का ऐसा स्वर्णिम सुअवसर
Read More(बाल काव्य सुमन संग्रह से) सावन आया, सावन आया, हरियाली है सावन लाया, खुशियों से मन हर्षाने को झूले
Read More(बाल काव्य सुमन संग्रह से) काले बादल, काले बादल, घुमड़-घुमड़कर आए बादल, छाया करते प्यारे बादल, बादल हैं धरती
Read More(बाल काव्य सुमन संग्रह से) प्यास बढ़े जब धरती मां की, आती वर्षा रानी, धरती पर खुशहाली लाती, धरती
Read More(बाल काव्य सुमन संग्रह से) ”हैलो-हैलो, आप हैं कौन? जल्दी बोलें, रहें न मौन, कैसे पता मुझे लग पाए,
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