“मुक्तक”
मुहब्बत मिली तो मुहब्बत जिया है, जिंदा खिलौना ही अर्पण किया है लिखकर रखा जिसे हमने लहू से, इबारत को
Read Moreजेठ दुपहरिया छँहाइ ल, मोरे ननदी के भैया…… ननदी के भैया मोरे ननदी के भैया……जेठ दुपहरिया मनाई ल,…..मोरे ननदी के
Read Moreलघुकथा…… शंख बज गई झिनकू भैया के आँगन में, भौजी के पाँव लाल महावर और भैया की पियरी मने मन
Read More*शिल्प~ मगण,भगण,सगण* (222, 211, 112), 9 वर्ण, 4 चरण, 2-2 समतुकांत गोरी जागे सपन लिए नैना खोले नमन लिए। भोली
Read Moreशीर्षक- दंगा/झगड़ा/फसाद आदि रोते झगड़े, विलखते झगड़े, किसके हाथ यह फसाद, बिगड़ते रिश्ते, किसके साथ दंगे दर्पण, समर समर्पण,
Read Moreमाथा पकड़े घुट रहे, भैया वृद्ध अनेक कैसे पति गुजरान हो, धूप छांव अतिरेक धूप छांव अतिरेक, जर्जरित हुई व्यवस्था
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