जीत प्रहार
जीत मिले उसको सखे ,जो ना माने हार,अपने हर अभ्यास से ,करता जीत प्रहार। शोषण कला प्रवीन को ,देना होगा
Read Moreजीत मिले उसको सखे ,जो ना माने हार,अपने हर अभ्यास से ,करता जीत प्रहार। शोषण कला प्रवीन को ,देना होगा
Read Moreहोली के त्यौहार पर, सब को देना प्यार,ऐसे रंग दो सभी को, हो फागुन गुलजार। यारों हंगामा करो , करो
Read Moreझूठ बोल कर सत्य की, रक्षा करते लोग,सब से ज्यादा बिक रहा,बाबाजी का योग. रावण जी के बढ़ गए, देखो
Read Moreजीवन में हर सख्श का ,आभारी हूँ यार ,जिनसे सीखा था कभी ,लोकचार व्यवहार। दुश्मन जी को शुक्रिया ,जिनसे पाया
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