लेख– पृथ्वी को संरक्षित रखने में ही हमारा अस्तित्व निहित
हाल ही में पृथ्वी दिवस मनाया गया। यह एक ऐसा प्रतीक दिवस है। जिस दिन हम पृथ्वी को बचाने और
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Read Moreदेश में सियासी पारा भले लगातार बढ़ रहा। पर मौसम विभाग का मानसून को लेकर पूर्वानुमान राजनीतिक तपिश से राहत
Read Moreकुछ मुद्दे ऐसे हैं, जिस पर लोकतांत्रिक व्यवस्था विचार-विमर्श करने का समय नहीं निकाल पाती। यह सबसे बड़े दुर्भाग्य की
Read Moreबलात्कार एक संगीन अपराध है, लेकिन सिर्फ़ यही एक ज़ुल्म नहीं। जो पितृसत्तात्मक समाज में आदमी स्त्री समाज के साथ
Read Moreयुवा भारत और महिलाओं की गूंज आस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में बंपर ऑफर के साथ दिखी, क्योंकि इस बार राष्ट्रमंडल
Read Moreकाफ़ी प्रचलित कहावत है जैसा बोओगे, वैसा काटोगे। फ़िर विपक्ष द्वारा संसद न चलने दिए जाने पर सत्ता पक्ष का
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Read Moreबड़ी दुःखद और शर्मनाक स्थिति है, उस जनतांत्रिक देश में। जहां की लोकतांत्रिक व्यवस्था अपने आप को जनता की सेवक
Read Moreहमारा मुल्क़ कमज़ोर नहीं है, क्योंकि वह कल सोने की चिड़िया था। साथ में आने वाले वक्त में भी रहेगा।
Read Moreनाम संजय हो, राम हो या सलीम और रहीम। दोनों ईश्वर द्वारा निर्मित इस धरा की अनमोल धरोहर हैं। शरीर
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