Author: महेश तिवारी

सामाजिक

लेख– पर्यावरण संरक्षण क्यों देश का चुनावी मुद्दा नहीं बनता!

कुछ मुद्दे ऐसे हैं, जिस पर लोकतांत्रिक व्यवस्था विचार-विमर्श करने का समय नहीं निकाल पाती। यह सबसे बड़े दुर्भाग्य की

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सामाजिक

लेख– महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध के कारण शर्मसार होती मानवता

बलात्कार एक संगीन अपराध है, लेकिन सिर्फ़ यही एक ज़ुल्म नहीं। जो पितृसत्तात्मक समाज में आदमी स्त्री समाज के साथ

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सामाजिक

लेख– क्रिकेट के अलावा देश में दूसरे खेलों को भी प्रोत्साहन मिलना आवश्यक

युवा भारत और महिलाओं की गूंज आस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में बंपर ऑफर के साथ दिखी, क्योंकि इस बार राष्ट्रमंडल

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सामाजिक

लेख– वन कोष को व्यर्थ क्यों फूंक रहीं रहनुमाई व्यवस्था

कुछ मुद्दे ऐसे हैं, जिस पर लोकतांत्रिक व्यवस्था विचार-विमर्श करने का समय नहीं निकाल पाती। यह सबसे बड़े दुर्भाग्य की

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