वेद वर्णित एक ईश्वर ही संसार के सभी मनुष्यादि प्राणियों का परमेश्वर है
ओ३म् संसार के लोग सत्य व असत्य का विवेचन कर सत्य का ग्रहण नहीं करते और कुछ सौ या हजार
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Read Moreओ३म् -आज हिंदी दिवस के अवसर पर- संसार में अनेक भाषायें हैं। इनकी संख्या लगभग एक हजार व उससे कुछ
Read Moreओ३म् सत्यार्थप्रकाश ऋषि दयानन्द द्वारा लिखित सत्य और विद्या का प्रचारक व प्रसारक ग्रन्थ है जिसमें लोगों को सत्यासत्य का
Read Moreओ३म् वेद कहानी किस्से अथवा किसी धर्म प्रचारक मनुष्य के उपदेशों का ग्रन्थ नहीं है अपितु यह इस संसार की
Read Moreओ३म् हम सब मनुष्यों का कुछ वर्ष पूर्व इस संसार में जन्म हुआ है और तब से हम इस शरीर
Read Moreओ३म् मनुष्य सत्य व चेतन स्वभाव से युक्त प्राणी है। सत्य का अर्थ है कि मनुष्य की सत्ता यथार्थ है।
Read Moreओ३म् वर्तमान युग में ज्ञान व विज्ञान विकास एवं उन्नति के शिखर पर कहे जाते हैं। यह बात भौतिक विद्याओं
Read Moreओ३म् वेद मनुष्यों को ज्ञानी बनकर देश व समान को ज्ञान से लाभान्वित करने की प्रेरणा देने के साथ उसकी
Read Moreओ३म् मनुष्य, आस्तिक हो या नास्तिक, बचपन से ही उसके मन में सृष्टि व इसके विशाल भव्य स्वरूप को देखकर
Read Moreओ३म् शाहपुराधीश सर नाहरसिंह वम्र्मा जी (जन्म कार्तिक कृष्णा त्रयोदशी सम्वत् 1912 विक्रमी एवं मृत्यु आषाढ़ कृष्णा 8, सम्वत् 1989
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