हरियाली (विरह )
गीत सावन बैरी याद पिया की दिलाये रे, लहरा हरियाली गले से लिपट जाये रे| मोरा पिया बम्बई में कमाये
Read Moreगीत सावन बैरी याद पिया की दिलाये रे, लहरा हरियाली गले से लिपट जाये रे| मोरा पिया बम्बई में कमाये
Read Moreजीवन-एलबम ********************** जीवन की आपाधापी में, खो जाते है पल ऐसे ही, दामन को छू जाती है बस, यादों के
Read Moreकुछ लिखने को जी करता है, उन्हें अपना कहने को जी करता है, रात आती है सुलाने लगती है, कोई
Read Moreलखनऊ शहरवासियों के मध्य कभी बेगम हजरत महल पार्क, ग्लोब पार्क, हाथी पार्क, बुद्धा पार्क, नीबू पार्क आकर्षण का केन्द्र
Read Moreपृथ्वी पर कोई भी जीव एकल जीवन व्यतीत नहीं कर सकता है इसलिए मानव और प्रकृति की परस्पर आत्मनिर्भरता एवं
Read Moreजिन्दगी की पुकार को सुनता हूँ तो ऐसा लगता है जैसे जमाने में कुछ है ही नहीं उदासी और उबासी
Read Moreईक लहरा बारिश हो गयी शहर गुलाबी हो गये । नदियों के किनारे भीग गये नदियों में बूदें तैर गयी
Read Moreभाईयों ये बादल का नजारा कितना सुखद होता अगर, साथ इनके समां-ए-बारिश मौन सब दिलों को सूकूं देता। मै डरता
Read Moreहलक सूख गये सांप सूघ गये जीवन बगिया हरि हर गये गेहूं खडे आग झुलस गये हलक सूख गये सांप
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