ये दुनिया खेल तमाशा
धन लोलुप मतिभ्रम और अहंकारी बन,अज्ञानी अतृप्त हो लक्ष्य से बहका मन,सुख-दुख, रिश्ते-नाते, सब उलझाएं,सगा कौन, बैरी कौन कोई न
Read Moreधन लोलुप मतिभ्रम और अहंकारी बन,अज्ञानी अतृप्त हो लक्ष्य से बहका मन,सुख-दुख, रिश्ते-नाते, सब उलझाएं,सगा कौन, बैरी कौन कोई न
Read Moreफिर से रूत सुहानी हो अगर……जबसुरभित हो कण-कण, धरा का मधुबन,अठखेलियां करें तितलियां, बहे मस्त पवन,पक्षियों की हो चहचहाहट, भंवरों
Read Moreअपने पितरों का श्रद्धापूर्वक स्नेह संग तुम मान-सम्मान करो,सोलह श्राद्ध अश्विन मास के श्रेष्ठतम फलदाई ये भान करो,ब्राह्मणों को भोजन
Read Moreपहले लिया जाता था प्रभु का “आनंद” नाम,सुबह, दोपहर, शाम श्रद्धा से मनन आठों याम,समय बदला, हुए नए-नए अनोखे अविष्कार,परिवर्तन
Read Moreसंगत की रंगत का बाजे चहुं दिस डंका,कहीं बने अंधे की लाठी, कहीं डुबोएं लंका,कुसंगति राजा को पल में बना
Read Moreराधा जी के रोम-रोम में बसे कमलनयन, गोविंद ही भरतार,कान्हा की धड़कन है राधा, जोड़ी को करते हम नमस्कार ।कृष्ण
Read Moreभारतवासियों की निराली पहचान है हिंदी,राष्ट्र की आन, बान, शान, अभिमान हैं हिंदी,जन-जन की सरस अभिव्यक्ति प्राण हैं हिंदी,विश्व में
Read Moreहे विघ्नहर्ता शिव गौरी के नंदन,मंगलकारी प्रिय देवा गजानन,करे प्रथम हम आपका सुमिरन,स्वीकारों भक्ति “आनंद” वंदन। हे रिद्धि सिद्धि के
Read Moreगजानना “आनंद” कर, रिद्धि सिद्धि के दाता ।वंदन है प्रिय आपको, मंगल करण विधाता ।।शिव जी भोले है पिता, जगदंबे
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