मेरे शब्द
जंग अपनों से अपने आप ही हारी है मैंने, घर टूटने का दर्द, घर टूटने से पहले महसूस किया है
Read Moreनन्हीं सी प्यारी-प्यारी चिड़िया इतनी भारी सर्दी में बैठी मेरी छत की मुंडेर पर गुटुर-गुटुर… चीं-चीं, चूं-चूं करती है |
Read More“ देहाती काव्याभिनन्दन ” लघुकाव्य पुस्तिका है, जिसकी रचनाएं सीधे हृदयतल तक कम्पन करा दें | करीब सत्रह (17) रचनाकारों
Read Moreबिजली के नंगे तारों से, चिड़िया धोखा खा जाती, गलती से चोंच भिड़ा जाती | करंट खाकर मर जाती ||
Read Moreनदी किनारे लगा था मेला, सारे बच्चे मिलजुल गये घूमने | धमा-चौकड़ी सबने खूब मचाई, देखा जो हाथी बनाके साथी
Read Moreसड़क सुरक्षा – जीवन रक्षा यह ज्ञान है सच्चा आपाधापी, जल्दी-सल्दी करना मत ड्राइविंग के समय ख्वाबों में, ख्यालों में
Read Moreआगरा | न्यू बाल भारती पब्लिक स्कूल,ट्रांस यमुना कॉलोनी (आगरा) में विश्व शांति मानव सेवा समिति (रजि0) के तत्वावधान में
Read Moreविनय प्रताप का नया-नया तबादला हुआ था | यह शहर उसके लिए बिल्कुल नया था | दोपहर को चाय पीने
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