बाल कविता – मेला
चारों ओर मची है धूम । सोनू-मोनू, चंपक रहे झूम ।। मेला लगा बड़ा सलोना । खूब बिक रही खेल-
Read Moreचारों ओर मची है धूम । सोनू-मोनू, चंपक रहे झूम ।। मेला लगा बड़ा सलोना । खूब बिक रही खेल-
Read Moreतुम्हारे भोग जितने कम होंगे दुःख, कष्ट व परेशानियां उतनी ही कम होंगी । अपने धर्म के रास्ते पर चलकर
Read More22 मार्च 2024 को कैला देवी धाम यात्रा का शुभ योग बना । छोटा भाई अपने पुत्र का मुंडन जिसे
Read Moreमर -मर कर देख लिया जी-जी कर भी देख लिया अपनों का स्नेह देख लिया अपनों का अपनत्व भी देख
Read Moreतन रॅंगा बहुतों ने मन जो रॅंगे तब हो सच्ची होली। बेशक ! कपड़े- लत्ते न भींगे जब मन भींगे
Read Moreआगरा। यूथ हॉस्टल आगरा में बीते दिवस बृजलोक साहित्य कला संस्कृति अकादमी (पंजीकृत), गुरु विद्यापीठ रोहतक, श्रीपतराव चौकले आर्ट्स एंड
Read Moreजीवन सुख- दु:ख का संगम है । आज सुख है तो कल निश्चित ही दुःख आयेगा । ये प्रकृति का
Read Moreआधुनिक समय में हमें जो सुख -सुविधाएं प्राप्त हैं । उनमें इंटरनेट का बड़ा योगदान है । परंतु सुख के
Read Moreफतेहाबाद (आगरा) । नगर पंचायत अध्यक्ष कार्यालय पर सरस्वती जयंती (बसंत पंचमी) के शुभ अवसर पर बृजलोक साहित्य कला संस्कृति
Read Moreनये वर्ष में, नया सूर्य है नई भोर में, नई किरण है नियति चक्र जो घूम रहा है साथ-साथ चले
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