गीतिका/ग़ज़ल नवाब देहलवी 20/06/201820/06/2018 ग़ज़ल ज़माना है बड़ा ज़ालिम, मुहब्बत है परेशानी, जवानी है अक़ीदत है, इबादत है परेशानी। गुज़ारिश है मेरी ज़ानिब, ज़रा तुम Read More
गीतिका/ग़ज़ल नवाब देहलवी 17/02/2018 ग़ज़ल मैं दिया हूँ जल उठा कोई न आये, वस्ल का लम्हा टला कोई न आये। सीख लूँगा प्यार करना मुस्कुराकर, Read More
गीतिका/ग़ज़ल नवाब देहलवी 17/02/2018 ग़ज़ल ज़िन्दगी में ख़ैरियत का सिलसिला कुछ भी नहीं, हम उसूलों पर चलें हैं सिरफिरा कुछ भी नहीं। वक्त की पाबन्दियों Read More
गीतिका/ग़ज़ल नवाब देहलवी 17/02/2018 ग़ज़ल दौर हाज़िर है हमारा आज के रूदाद पर, रख दिया है ख़ुद सफ़र को नेह की बुनियाद पर। दीप बन Read More