लघुकथा – सुकून
“बहुत थक गई हो इस दिवाली में तुम। चलो घूम आते हैं थोड़ी देर के लिए।” पति की बातों से
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Read More“मधु !आज मैं तुम्हारे निर्णय को ही प्राथमिकता दूँगा। पापा अस्पताल में भर्ती हैं। उनके इलाज के लिए मुझे बैंक
Read Moreआकाश अपने दफ्तर में लैपटॉप पर काम कर रहे थे। उनके कार्यालय में कुल दस इंजीनियर काम कर रहे थे। “जी,
Read Moreकितनी कठिन थी डगर पर हिम्मत कम नहीं थी चाह थी एक हमसफर की और तुम साथ आ गई सफर
Read Moreअपने रिश्तेदार की शादी में सास अपने दोनों बेटों और बहुओं के साथ गाँव आई थी। दोनो बेटे सरकारी जॉब
Read More“देखो अपने गाँव का अमित पूरे प्रखंड में अव्वल आया है मेट्रिक की परीक्षा में।” दीपक बाबू ने कहा। “अरे
Read More“आज दीपक बाबू को अहले सुबह मंदिर परिसर में झाड़ू लगाते लोगों ने देखा।” पत्नी ने चाय की चुस्कियाँ लेते
Read More“आज श्राद्ध कर्म संपन्न हो गया। ब्राह्मण भोज के बाद हित कुटुंबों ने भी भोज में शरीक होकर अपना फर्ज
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