ग़ज़ल
तुझसे रुबरु होने को दिल करता है। दिल मेरा बच्चे के मानिंद मचलता है। रूप ऐसा तेरा कि ना कभी
Read Moreअहोम लोग मूल रूप से ताई जाति के लोग हैं। असम में आने के बाद से ही उन्हें आहोम नाम
Read Moreउड़ते हुए शब्दों को पकड़ मन पिंजर में बंद कर निर्जन शांत एकांत में बैठ जुगाली का आनंद लिया कुछ
Read Moreहोली तो एक बहाना है इस बहाने अपनो के बीच प्यार की रसधार बहाना है । रूठे हुओ को मनाना
Read Moreहोली का त्यौहार आते ही मन खुशियों से सराबोर होने लगता है। चारों तरफ रंगों के बादल कुलाचें भरते दिखाई
Read Moreबापू तूने अगर न बांधे होते पंख मेरे तो मैं भी आज खुले आसमान में उड़ती खिलखिलाती किलकारियां भरती सुदूर
Read Moreजो सोचें वो करने की ठाने हैं हम। दुश्मन को पल में पहचाने हैं हम। यह देश है हमारा उफनती
Read Moreन झुका न झुकेगा तिरंगा हमारा लहराये फिजां में तिरंगा हमारा। है वतन की शान तिरंगा हमारा यह विजयी विश्व
Read Moreकलम जब भी उठेगी यशस्वी गीत लिखेगी। देश के रखवालों की कलम जय जयकार लिखेगी। न्यौछावर जीवन किया पल न
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