मैं कवि बन जाऊँगा
तुम बनो कल्पना मेरी मैं कवि बन जाऊँगा। जीवन का सच्चा आनंद मैं तुमको दे जाऊंगा। ढीली करो धनुष की
Read Moreतुम बनो कल्पना मेरी मैं कवि बन जाऊँगा। जीवन का सच्चा आनंद मैं तुमको दे जाऊंगा। ढीली करो धनुष की
Read Moreकान्हा कान्हा रटते-रटते कान्हा की मैं हुई दीवानी। भूल-भाल कर घर द्वार को हो गई मैं तो प्रेम दीवानी। जित
Read Moreआ लौट चलें गांव की तरफ जहां हो न कोई भारी भरकम सड़क जहां हो सड़क के किनारे नत्थू चाचा
Read Moreये रक्षा बंधन का त्यौहार भाई-बहन का निश्छल प्यार। राखी बांध कर भाई के बहनें देती प्रेम उदगार। बहन से
Read Moreतिरंगे में लिपटे शवों को नमन हमारा नमन तुम्हारा नमन। चल दिए मुस्कुरा कर वतन के लिए। हो गए कुर्बां
Read Moreबीत जायेगा ये पल भी तू काहे घबराता है। चल चला चल,चल रे राही मंजिल को दर्शाता है। होना न
Read Moreपथिक तुझे पथ पर चलना है अमर ज्योति बन कर जलना है। कंकड़ पत्थर से टकराना कठोर तप्त भूमि पर
Read Moreपरेशान बहुत है यह बारिश का पानी हो गई व्यर्थ अब नानी की कहानी। कागज की नाव का न पानी
Read Moreदीप एक तुम जलाओ दीप एक हम जलाएँ, कुछ तम तुम मिटाओ कुछ तम हम मिटाएँ। हाथ को हाथ मिले
Read Moreनीना अकेली घर में उदास बैठी थी। उसका विवाह हुए अभी कुछ ही महिने हुए थे। नीना एक छोटे से
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