ग़ज़ल
प्लेटफार्म पर एक झलक दिखला कर चली गईजैसे कोई उदासी हाथ हिला कर चली गई। कुछ चहका कुछ महका मन
Read Moreकोई अब क्या मिलेगा ज़िन्दगी मेंकहां तुझ-सा मिलेगा ज़िन्दगी मेंतुम्हें ही ढूंढता रहता हूं अक्सरकोई तुम – सा मिलेगा ज़िन्दगी
Read Moreयही जी चाहता है बस इन्हीं खेतों में खो जाऊँइसी मिट्टी में रम जाऊँ इसी दुनिया में खो जाऊँ इसी
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