अपना मन ही अपना कुरुक्षेत्र
आज प्रत्येक व्यक्ति का मन चलता फिरता कुरुक्षेत्र बना हुआ है| जहां पर हमारी निकृष्ट और उत्कृष्ट ,सद्गुण और दुर्गुण
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Read Moreइच्छा, आकांक्षा मनुष्य की प्रेरणा स्त्रोत है इच्छाएं है तो मनुष्य कर्म की और अग्रसर होता है | इच्छाएं नया
Read Moreमित्रों जब से दिल्ली सरकार ने दिल्ली में दिवाली पर आतिशबाजी करने और पटाखे चलाने पर बैन लगाया है तब
Read Moreये बात तो सब मानते है की भगवान् है हर व्यक्ति की सोच, शारीरिकर मानसिक स्थिति भिन्न बनाई है| हर
Read Moreनारी तुम केवल श्रद्धा हो, विश्वास रजत नभ पग तल में। पीयूष स्रोत सी बहा करो, जीवन के सुन्दर समतल
Read Moreवर्तमान मनुष्य पैसे के लिए पागल हुआ घूम रहा है| जिसे देखो अधिक से अधिक पैसा कमाकर अमीर बनने और
Read Moreप्रेम नारी का जीवन है.अपनी इस निधि को वो आदिकाल से पुरुष पर बिना किसी स्वार्थ के पूर्ण समर्पण और
Read Moreबेटा वंश की बेल को आगे बढ़ाएगा, मेरा अंतिम संस्कार कर बुढ़ापे में मेरी सेवा करेगा| यहाँ तक की मृत्यु
Read Moreआज के लेख की शुरुआत दुर्गा सप्तशती के इस श्लोक से करता हूँ इसमें कहा गया है… विद्याः समस्तास्तव देवि
Read Moreहमारी प्राचीन भारतीय संस्कृति समूचे विश्व की संस्कृतियों में सर्वश्रेष्ठ और समृद्ध संस्कृति है | भारत विश्व की सबसे पुरानी
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