ग़ज़ल
हर अदावत भूल जाना चाहता हूँ। प्यार की बस्ती बसाना चाहता हूँ। इस कदर जो बढ़ रही फ़िरकापरस्ती, पढ़ क़ुरां
Read Moreजहाने-अदब में अदम गोँडवी किसी तारुफ के मोहताज नहीं हैं।बीसवीँ सदी के मशहूर शायरोँ में अदम गोँडवी एक हैं।अदम साहब की पैदाइश उत्तर प्रदेश के गोँडा जिले के
Read Moreरूप तेरा मन बसा यूँ, फूल ज्यों मकरंद है। वो हमेशा झिलमिलाए,ज्यों गगन में चंद है॥ बात महकी रातरानी,प्राण में
Read Moreसाहित्य सामाजिक अनुभूतियों का प्रतिविम्ब है। विचार विनिमय का माध्यम भाषा होती है। मानवीय प्रकृति है सरलोन्मुखी होना, यही कारण है कि भाषा के दो रूप प्रचलित हुए-एक साहित्यिक भाषा
Read Moreगाँधी वाले राष्ट्र में, जलती नफरत आग। नेता खंडित कर रहे, आपस का अनुराग। आपस का अनुराग, सियासत को जो
Read Moreचंद्रपाल की पत्नी अपनी छोटी बेटी को लगातार पीट रही थी और मुँह से अपशब्द भी बक रही थी, बेटी रो-रोकर
Read Moreमक्का हज करने गए, कई लाख जो लोग। अल्ला कैसे हो गया, दुखद बड़ा संयोग। दुखद बड़ा संयोग, मची
Read Moreहिंदी में बसते सदा, तुलसी सूर कबीर। बसे बिहारीलाल हैं, अरु मीरा की पीर॥1॥ हिंदी भाषा ग्राम्य है, ऐसा व्यर्थ
Read More