चुनावे क्षेत्र अपने-अपने
एक वक्त पे उड़ाया था कीचड़ मैंने भी, तुमने भी मुझपर गिराया था बहुत सारा। आज राहे मुहब्बत क़दम बढ़ाया
Read Moreएक वक्त पे उड़ाया था कीचड़ मैंने भी, तुमने भी मुझपर गिराया था बहुत सारा। आज राहे मुहब्बत क़दम बढ़ाया
Read Moreहे राम तुम्हें आना होगा, हे राम तुम्हें… जन्म हुआ था कहां आपका, आप स्वयम् बतलाना होगा। हे राम तुम्हें
Read Moreचलो आज मुखातिब होते हैं, बातें दो चार संजोते है, सब बातें कह दो तुम अपनी, हम अपनी पीड़ा धोते
Read Moreदे दूं मैं दोष किसे यह बतलाओ, मिटती मानवता का कारण बतलाओ। अभी-अभी जो जन्मा उसका दोषी कौन, कैसा विकास?
Read More