………मीत याद आता है………
बादल घिरता देखो तो, मीत याद आता है, ठंडी हवा के सिहरन से प्रीत याद आता है। दूर अभी मैं
Read Moreबादल घिरता देखो तो, मीत याद आता है, ठंडी हवा के सिहरन से प्रीत याद आता है। दूर अभी मैं
Read Moreहार गई तुम मैच तो क्या, दिल सभी का जीत गई। हिंदुस्तान में हलचल कर, घर-घर की प्रीत भई।। @प्रदीप
Read Moreछपाक छैया, ताल तलैया, नाचें हम बादल संग भैया। छपाक छैया! आसमान से गिरती बूंदें, तन को अपने सहलाती है,
Read Moreसरला भट्ट और गिरिजा टिक्कू की याद में… ध्यान नहीं था, ध्यान नहीं है, कश्मीर में मिटती मानवता की। सरला,
Read Moreनहीं बुरा लगा मुझको, बस दर्द पुराना छलक गया। मृत भगिनी याद हुई मुझको, नयनों से आंसू छलक गया।। कीमत
Read Moreजला रहा है कौन सहारनपुर बस्ती को, कभी दलित कभी ठाकुरों की हस्ती को। साध रहा है कौन लक्ष्य होकर
Read Moreफुर्सत में…….गीत लिखूँगा, पर अपनी ही प्रीत लिखूंगा। एक रोज जो दिया अचानक, आज वही संगीत लिखूँगा।।1।। एकदम से जीवन
Read Moreऐसी क्या मजबूरी है सेना पर पत्थर मारें, पाक प्रेम के वशीभूत हिंद प्रेमियों को मारें। बहते बाढ़ में जब
Read Moreकोई रोके ना, इन्हें उड़ने दो, इनके सपनों को सजने दो।। कुंठित ना हो बचपन इनका, बेखौफ समष्टि में बढ़ने
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