डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा के 11 हाइकु
चंद हाइकु 1. चुप रहना कुछ मत कहना कर दिखाना। ———– 2. अकेला तू ही बदलेगा दुनिया शुरु तो कर।
Read Moreचंद हाइकु 1. चुप रहना कुछ मत कहना कर दिखाना। ———– 2. अकेला तू ही बदलेगा दुनिया शुरु तो कर।
Read Moreबधाई तो बनती है “अरे भई, सौवीं सालगिरह मेरी है। सेंचुरी मैंने मारी है, पर
Read Moreपुस्तक समीक्षा गागर में सागर को समेटने का प्रयास किया है ‘दीपक’ ने ‘दीप और पतंग’ के माध्यम से पुस्तक
Read Moreपुस्तक समीक्षा ‘देखन में छोटन लगे, घाव करे गंभीर’ को चरितार्थ करती हैं ‘इमोजी’ की लघुकथाएँ छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ साहित्यकार
Read Moreपुस्तक समीक्षा कविताओं के माध्यम से बोलचाल की भाषा में सिखाती हैं लोकोक्तियों का प्रयोग वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. सतीश चंद्र
Read Moreकाम का सम्मान “यार रघु, तुम्हें अब भी सब्जी का ठेला लगाते हुए संकोच नहीं होता ?” “संकोच ? क्यों
Read More