मधुमास सा
प्रेम अमृत रस पान करके,इश्क चले अब धारण करने।शीर्षक याद लिख कर गीत,व्रत एकाकी का पारण करने। अलंकार से सुसज्जित
Read Moreनादान ह्दय बेचैन हुआ,बताओ कैसे हम बहलाएं ।।1। रोक रखा है कुछ तुमको,कैसे प्रेम उसे समझाए ।।2। ऋतु की तरह
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Read Moreरूप सुधा का पान करा दो प्रियतम,तृप्त हो तीर्थ बन जाएगा ये मन।1। रोम-रोम आह्लादित, उर प्रेम विकसित,चमकता दमकता, अलौकिक
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