चाँद मेरी आँखों में
बिना करवट बदले वह रात रात भर टकटकी लगाये जागता रहता है । बिना कुछ बोले,, बिना फुसफुसाए अपने गगनचुम्बी
Read Moreबिना करवट बदले वह रात रात भर टकटकी लगाये जागता रहता है । बिना कुछ बोले,, बिना फुसफुसाए अपने गगनचुम्बी
Read Moreफिर मिल गया अचानक वह मुझे बालों की उलझी गुथों में बेतहाशा उलझा हुआ मचला कुचला कसमसाता सूखा बेजान
Read Moreलौट आना बेफ़िकर जब भी तुम्हारा दिल करे । तोड़ देना नींद तनहा ख्वाब से मिलकर गले ।। मैं हर
Read Moreसीप के घर ठिकाना चाहती हूँ आज कुछ गुनगुना रहा है दिल आज मैं गीत गाना चाहती हूँ। धड़कने सुर
Read Moreपाँव अब उतने छोटे नही रहे ================ तुम्हें कागज़ की कश्तियों से पार उतरना पसंद था कभी उपहास करती थी
Read Moreनयन से आज ओ प्रियतम नयन ये चार होने दो। कि ये तन आज फिर से प्रेम की बीमार होने
Read Moreजिस दिन टकराये अनजाने नयनो के कुछ बोल हूक उठी भीतर अनजानी पीर मिली बिन मोल लाज सिहर सिमटी अनबुझ
Read Moreयूँ मत देख कि झुलसती हूँ बहुत तनिक तो कभी ओटकर के देख। तपिश हर वक्त ही सही नही होती
Read Moreएक पाती लिखनी तुमको क्या आज लिखूँ विरह कहूँ प्रिय या मिलने के अंदाज लिखूँ ।। आन मिले जब
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