गीतिका/ग़ज़ल *पुष्पा अवस्थी "स्वाती" 09/08/2018 कारवां चलने लगा है मुस्कुराता कारवां ये हयात का चल पड़ो सब साथ मसला छोड़ जात पांत का रब ने भेजा Read More
गीतिका/ग़ज़ल *पुष्पा अवस्थी "स्वाती" 05/08/2018 इज़हार आए थे पास जब वो, यूं प्यार को लिये। लफ़्जों में पिरोये हुये, इज़हार को लिये। हर वक्त का मनुहार, Read More
गीतिका/ग़ज़ल *पुष्पा अवस्थी "स्वाती" 05/08/2018 उल्फ़त ऐ दिल के दामनगीर सुनो, हम तुमसे उल्फ़त कर बैठे, दिल पहले ही जख्मों से भरा, उस पर ये हिमाकत Read More