Author: राजेन्द्र लाहिरी

कविता

व्यंग्य कविता – आ जाओ बंटाधार करो

इंसां मरता है मर जाए,बीमारी से ही गुजर जाए,पर जानवरों का सही इलाज करो,इंसानियत छोड़ो साथीपशुवत अंदाज धरो,राजनीतिक माताओं का

Read More