कज़ा होनें लगी, अब यहां प्यार में।
मुझको दिल है मिला आज व्यापार में । प्यार बिकने लगा, देखो बाजार में। हर तिजारत में हुश्न की भरमार
Read Moreमुझको दिल है मिला आज व्यापार में । प्यार बिकने लगा, देखो बाजार में। हर तिजारत में हुश्न की भरमार
Read Moreजिस दिन लेखनी से दर्द उभरेगा, सांसों से अंगारे बरसेगें, आंखों में आन्दोलन की आंधी चलेगी। और देश के भूंखे
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